Category: PHYSICS LESSON 01 विधुत आवेश तथा क्षेत्र 67 Created on August 17, 202101 विधुत आवेश तथा क्षेत्र 1 / 63 स्थिर विधुतीय क्षेत्र होता है संरक्षी असंरक्षी कहीं संरक्षी तथा कहीं असंरक्षी इनमें से कोई नहीं 2 / 63 स्थिर विधुतीय क्षेत्र होता है संरक्षी असंरक्षी कहीं संरक्षी तथा कहीं असंरक्षी इनमें से कोई नहीं 3 / 63एक विधुतीय द्विध्रुव दो विपरीत आवेशों से बना है जिनके परिणाम +3.2 x 10-19 C एवं -3.2 x 10-19C हैं और उनके बीच की दूरी 2.5 x 10-10 m है। विधुतीय द्विध्रुव का आघूर्ण है 7.68 x 10-27 C m 7.68 x 10-29 C m 7.86 x 10-29 C m 7:86 x 10-27 C m 4 / 63विद्युत आवेश का क्वांटम e.s.u.मात्रक में होता है 4.78 x 10-10 +1.6 x 10-19 2.99 x 109 -1.6 x 10-19 5 / 63दो वैद्युत क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को किस कोण पर काटती हैं ? 90° 45° 30° नहीं काटती हैं 6 / 63आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय क्षेत्र आघूर्ण वाला द्विध्रुव अधिकतम बल आघूर्ण तब अनुभव करेगा घूर्ण वाला द्विध्रुव अधिकतम बल आघूर्ण तब अनुभव करेगा तथा आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय क्षेत्र के साथ के बीच कोण हो – 0° 90° 60° 30° 7 / 63 आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय क्षेत्र आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय क्षेत्र आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय क्षेत्र के साथ के साथ 90° का कोण बनाता है, तब इस पर लगा बल आघूर्ण pE zero 1/2pE 2pE 8 / 63 एक विद्युत द्विध्रुव के अक्ष पर r दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E1 तथा लम्ब-अर्द्धक रेखा पर r दूरी पर तीव्रता E2 है। E1 एवं E2 के बीच का कोण 0 है। E1 : E2 एवं 0 होंगे। 1 : 1, π 1 : 2, π/2 2 : 1, π 1 : 3, π 9 / 63 एक लंबे समरूप आविष्ट सीधे तार से दूरी ‘r’ पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E1 एवं दूरी 2r पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E2 है। E1 एवं E2 का अनुपात होगा : 1/2 2/1 1/1 इनमें से कोई नहीं 10 / 63किसी वस्तु पर आवेश की न्यूनतम मात्रा कम नहीं हो सकती है 1.6 x 10-19 कूलम्ब से 3.2 x 10-19 कूलम्ब से 4.8 x 10-19 कूलम्ब से 1 कूलम्ब से 11 / 63जब किसी वस्तु को आवेशित किया जाता है, तो उसका द्रव्यमान – बढ़ता है घटता है अचर रहता है बढ़ या घट सकता है 12 / 63चालक पदार्थ से बने असीमित आवेशित पतली चादर की सतह के निकट स्थित किसी बिन्दु पर विद्युतीय क्षेत्र का मान होता है – ∈0σ σ/2∈0 σ/∈0 1/2 σ∈0 13 / 63किसी अचालक पदार्थ के गोले को आवेश देने पर वह वितरित होता है – सतह पर सतह के अलावा अंदर भी केवल भीतर इनमें से कोई नहीं 14 / 63किसी आवेशित चालक के नजदीक विद्युत् तीव्रता आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय का मान होता है – σ/∈0 σ/2∈0 σ x ∈0 शून्य 15 / 63किसी घिरे सतह पर कुल विद्युत् फ्लक्स पृष्ठ के भीतर स्थिर कुल आवेश का – σ/∈0 σ/2∈0 σ x ∈0 शून्य 16 / 63दि किसी अल्प क्षेत्र dA पर विद्युतीय तीव्रताआघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीयअभिलम्ब हो, तब उस क्षेत्र पर ट विद्युत् फ्लक्स होगा – E . dA शून्य EdA cos0 EdA sin0 17 / 63एक समान विद्युत् क्षेत्र में द्विध्रुव पर आरोपित बल युग्म आघूर्ण अधिकतम है जबकि द्विध्रुव की अक्ष तथा क्षेत्र की दिशा के बीच का कोण है – शून्य 90° 180° 45° 18 / 63 तीन बिन्दुओं 4g, Q तथा q एक सरल रेखा पर क्रमशः 0, 1/2 तथा 1 दूरी पर रखे हैं। यदि आवेश q पर परिणामी बल शून्य है तो Q का मान होगा – -q -2q -q/2 4q 19 / 63 पाँच विद्युतीय द्विध्रुव, जो प्रत्येक±qआवेश से बना है। दूरी से पृथक् है, घिरे पृष्ठ में रखा जाता है। पृष्ठ के ऊपर कुल फ्लक्स होगा – 10π q 20π q 5π 9 शून्य 20 / 63साबुन के एक बुलबुले को जब आवेशित किया जाता है तो उसकी त्रिज्या – बढ़ती है घटती है अपरिवर्तित रहती है। शून्य हो जाता है 21 / 63विद्युत्-विभव का मात्रक वोल्ट है और यह तुल्य है – जूल/कूलम्ब जूल x कूलम्ब कूलम्ब/जूल इनमें से कोई नहीं 22 / 63निम्नलिखित में कौन सदिश राशि है ? आवेश धारिता विद्युत्-तीव्रता इनमें से कोई नहीं 23 / 63 एक प्रोटॉन एवं इलेक्ट्रॉन को समान विद्युत्-क्षेत्र में रखा जाता है – उन पर लगा विद्युत् बल बराबर होंगे विद्युत् बलों के परिणाम बराबर होंगे उनके त्वरण बराबर होंगे उनके त्वरण के परिणाम बराबर होंगे 24 / 63दो आवेशों के बीच की दूरी दुगुनी करने के बीच का बल – दुगुना हो जाता है आधा हो जाता है चार गुना हो जाता है चौथाई हो जाता है 25 / 63स्थिर विद्युत् आवेशों के बीच लगता बल किस नियम से दिया जाता है ? गॉस का प्रमेय किरचॉफ के नियम कूलम्ब के नियम फैराडे के नियम 26 / 63आवेश की विमा है – [AT] [LAT] [AT-1] [AT-2] 27 / 63आवेश का S.I. मात्रक होता है एम्पीयर (A) फैराड (F) वोल्ट (V) कूलम्ब (C) 28 / 63 एक बिन्दु आवेश (q) को एक-दूसरे बिन्दु आवेश Q के चारों तरफ वृत्ताकार पथ पर घुमाया जाता है। विद्युत क्षेत्र के द्वारा किया गया कार्य होगा – शून्य धनात्मक ऋणात्मक इनमें से कोई नहीं 29 / 63 दो चालकों के बीच आवेश के वितरण से होने वाली ऊर्जा की हानि निर्भर करती है – विभवांतर के विभवांतर के वर्ग पर इनमें से कोई नहीं धारिता पर 30 / 63एक अनावेशित धातुकण को एक धनावेशित धातु प्लेट के नजदीक लाया जाता है। धातु कण पर विद्युतीय बल होगा – प्लेट की तरफ प्लेट से दूर प्लेट के समांतर इनमें से कोई नहीं 31 / 63आवेश A एवं B एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं। आवेश B एवं C भी एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं। तब A एवं C- आकृष्ट होंगे प्रतिकर्षित होंगे एक-दूसरे को प्रभावित नहीं करेंगे और अधिक सूचना चाहिए 32 / 63फ्लक्स घनत्व का मात्रक होता है – वेबर टेसला न्यूटन / मी मी2/से 33 / 63किसी आवेशित गोलीय खोखले चालक के भीतर विद्युत तीव्रता होती है – अनंत शून्य धनात्मक एवं 1 से अधिक इनमें से कोई नहीं 34 / 63यदि दो आवेशों की दूरी बढ़ा दी जाये तो आवेशों के विद्युतीय स्थितिज उर्जा का मान – बढ़ जाएगा घट जाएगा अपरिवर्तित रहेगा बढ़ भी सकता है घट भी सकता है 35 / 63किसी आवेश से अनंत दूरी पर उस आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र की तीव्रता होती है – अनंत शून्य 9 x 109 Vm-1 इनमें से कोई नहीं 36 / 63एक वैद्युत द्विध्रुव एक पृष्ठ से घिरा हुआ है। पृष्ठ पर कुल विद्युत फ्लक्स होगा – अनंत शून्य q/∈0 इनमें से कोई नहीं 37 / 63 किसी अनावेशित वस्तु पर एक कूलम्ब आवेश होने के लिए उसमें से निकाले गये इलेक्ट्रॉनों की संख्या होगी 6.25 x 10-18 6.25 x 10-18 6.023 x 10-23 इनमें से कोई नहीं 38 / 63किसी वस्तु पर 1 कूलम्ब आवेश तब संभव है जब उससे निकाले गए इलेक्ट्रॉनों की संख्या होगी – 6.25 x 10-19 6.25 x 1019 6.25 x 1018 6.25 x 10-10 39 / 63एक विद्युत् द्वि-ध्रुव एक पृष्ठ से घिरा हुआ है। पृष्ठ पर कुल फ्लक्स होगा – अनंत शून्य आवेश पर निर्भर द्विध्रुव की स्थिति पर निर्भर 40 / 63 आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय क्षेत्रआघूर्ण वाला एक विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय तीव्रता वाले विद्युतीय क्षेत्र में रखा जाए, तो उस पर लगने वाला टार्क होगा P->X E-> 0 P X E E=1.79 41 / 63 कूलम्ब बल है – केन्द्रीय बल विद्युत बल दोनों (A) तथा (B) इनमें से कोई नहीं 42 / 63 वायु में एक-दूसरे से 30 cm की दूरी पर स्थित दो आवेशित कणों के आवेश क्रमश: 2 x 10-7 C तथा 3 x 10-7 C हैं। इनके बीच लगते बल का परिणाम है – 6 mN 8 mN 10 mN इनमें से कोई नहीं 43 / 63 किसी आवेशित खोखले गोलाकार चालक के भीतर विद्युतीय तीव्रता का मान होता है – E0σ σ/E0 zero E0/2 44 / 63एक आवेशित चालक का क्षेत्र आवेश घनत्व σ है। इसके पास विद्युत क्षेत्र का मान होता है σ/ 2 ∈0 σ/ ∈0 2σ/ ∈0 σ/ 3 ∈0 45 / 631 स्टैट कूलाम =………. कूलाम। 3 x 10-9 3 x 10-9 1/2x10-9 1/3x10-9 46 / 63विद्युतीय क्षेत्र का विमीय सूत्र है [MLT-3 A-1] [ML2 TA-1] [MLT2 A-1] [MLTA2] 47 / 63 किसी वस्तु पर आवेश का कारण है। न्यूट्रॉन का स्थानांतरण प्रोटॉन का स्थानांतरण इलेक्ट्रॉन का स्थानांतरण प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन दोनों का स्थानांतरण 48 / 63जब कोई वस्तु ऋणावेशित हो जाती है तो इसका द्रव्यमान क्या होता है। घटता है बढ़ता है वही रहता है इनमें से कोई नहीं 49 / 63किसी वस्तु पर आवेश की न्यूनतम मात्रा कम नहीं हो सकती। 1.6 x 10-19 C 3.2 x 10-19 C 4.8 x 10-19 C 1 C 50 / 63X-अक्ष पर x = 0 पर q तथा x = a पर 2q आवेश रखे हैं। आवेश q से N1 तथा आवेश 2q से N2 क्षेत्र रेखाएँ निकलती हैं। तब आवेश रखे हैं। आवेश होगी – 1 2 1/2 4 51 / 63 X-अक्ष पर x = 0 पर q तथा x = a पर 2q आवेश रखे हैं। E का मान शून्य होगा – 0 < x < a x > a x < 0 x < a 52 / 63 एक विद्युत क्षेत्र में एक द्विध्रुव का आघूर्ण आघूर्ण वाला एक विद्युतीय द्विध्रुव विद्युतीय क्षेत्र = pÎ है। इस पर लगता बल आघूर्ण होगा – z-अक्ष की ओर y-अक्ष की ओर x-अक्ष की ओर इनमें से कोई नहीं 53 / 63एक विद्युत क्षेत्र में एक द्विध्रुव को X-अक्ष के समानान्तर रखा जाता है। द्विध्रुव पर बल शून्य होगा X-अक्ष पर लंब होगा X-अक्ष के अनु इनमें से कोई नहीं 54 / 63 एक पिण्ड पर आवेश लिखा जाता है Q = ne, जहाँ e = 1.6 x 10-19 C जहाँ n के मान हैं 0, 2, 3, ……. 0, ± 1, ± 2, 3, ….. 0, -1, -2,-3, ….. इनमें से कोई नहीं 55 / 63दो आवेशों q1 और q2 के कारण विद्युत क्षेत्र रेखा पर आवेशों का बाहरी चिन्ह क्या है ? दोनों ऋणात्मक ऊपर धनात्मक तथा नीचे ऋणात्मक दोनों धनात्मक ऊपर ऋणात्मक और नीचे धनात्मक 56 / 63यदि गोले पर आवेश 10μC हो, तो उसकी सतह पर विद्युतीय फ्लक्स है 36π x 104 Nm2/C 36π x 10-4 Nm2/C 36π x 106 Nm2/c 36π x 10-6 Nm2/c 57 / 63 1 कूलॉम आवेश बराबर होता है – 2.99 x 10_9 e.s.u. 9 x 109 e.s.u. 8.85 x 10-12 e.s.u. इनमें से कोई नहीं 58 / 63एक आवेशित चालक की सतह के किसी बिन्दु पर विद्युतीय क्षेत्र की तीव्रता शून्य होती है सतह के लंबवत् होती है सतह के स्पर्शीय होती है सतह पर 45° पर होती है 59 / 63 डिबाई मात्रक है – आवेश का विभव का विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण का कोई नहीं 60 / 63इलेक्ट्रॉन का विशिष्ट आवेश होता है – 1.8 x 10_11 C/kg 1.8 x 10-19 C/kg 1.9 x 10-19 C/kg इनमें से कोई नहीं 61 / 63एक ही पदार्थ के धातु के दो गोले A तथा B दिये गये हैं। एक पर +Q आवेश तथा दूसरे पर -Q आवेश दिया गया है A का द्रव्यमान बढ़ जाएगा B का द्रव्यमान बढ़ेगा । द्रव्यमान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा इनमें से कोई नहीं 62 / 63एक वैद्युत द्विध्रुव को वैद्युत क्षेत्र में रखा जाता है जो y-अक्ष पर दिष्ट है, x-अक्ष की ओर जाने पर बदलता है पर y एवं z-अक्ष की ओर अचर रहता है। यदि द्विध्रुव x-अक्ष पर स्थित हो तो कुल बल – x-अक्ष की ओर होगा y-अक्ष की ओर होगा । z-अक्ष की ओर होगा । इनमें से कोई नहीं 63 / 63मूलबिन्दु पर एक धन बिन्दु आवेश Q स्थित है जबकि x = 2cm पर एक बिन्दु धन आवेश 2Q स्थित है – आवेशों के निकट x-अक्ष के बाहर स्थित बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र शून्य हो सकता है। आवशो के निकटx-अक्ष के बाहर स्थित बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र की तीवता हो सकती है। आवेशों के बीच किसी बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता शून्य हो सकती है आवेशों के बाहर कुछ निश्चित बिन्दुओं पर क्षेत्र की तीव्रता शून्य हो सकती है, Answer ⇒ (C) Your score isThe average score is 46% LinkedIn Facebook VKontakte 0% Restart quiz