2
Created on By iiitinstitute

Class 12th Chemistry 04 रासायनिक बल गतिकी

1 / 100

1. A – B का परिवर्तन द्वितीय कोटि की अभिक्रिया है। यदि A का सान्द्रण दुगुणा कर दिया जाय तो प्रतिक्रिया की दर निम्नलिखित में कौन-सा गुणक से बढ़ता है ?

2 / 100

2. अधिकांश प्रतिक्रियाओं के लिए ताप गुणक निम्नलिखित में किसके बीच होता है ?

3 / 100

3. निम्नलिखित में से कौन फेरिक हाइड्रोक्साइड के कोलॉइडी विलयन के स्कंदन में सबसे अधिक प्रभावी है ?

4 / 100

5. जल में H2(g) + Cl2(g) → 2HCl सूर्यप्रकाश में अभिक्रिया की कोटि है –

5 / 100

6. एक इलेक्ट्रोड का ऑक्सीकरण विभव 0.76 वोल्ट है। इसका अवकरण विभव होगा ?

6 / 100

7. Mg और Al के मानक ऑक्सीकरण विभव क्रमशः +2.37 और +1.66 वोल्ट है। अतः रासायनिक अभिक्रियाओं में Mg

7 / 100

8. अभिक्रिया A+ B + C → Products की दर
d[A]/dt=K[A]1[B]1/2[C]1/2 के द्वारा व्यक्त किया जाता है तो इस अभिक्रिया की कोटि है

8 / 100

9. निम्नलिखित में कौन प्रथम कोटि की अभिक्रिया के वेग-स्थिरांक की इकाई है ?

9 / 100

10. KMnO4 अवकृत होता है :

10 / 100

11. प्रथम कोटि प्रतिक्रिया के 99.9% पूर्ण होने के लिए कितनी औसत आयु ही आवश्यकता होगी ?

11 / 100

12. K4[Fe(CN)6] में Fe का प्रसंकरण है।

12 / 100

13. अष्टफलकीय [Co(NH3)4Br2]Cl किस प्रकार का समावयता प्रदर्शित करता है?

13 / 100

14. अभिक्रिया 2A + B→ 3C + D के लिए निम्नलिखित में से कौन अभिक्रिया वेग को व्यक्त नहीं करता है

14 / 100

15. अभिकारक A तथा B के लिए अभिक्रिया का वेग चार गुना घट जाता है यदि B की सान्द्रता दुगुना की जाती है। B के सापेक्ष में अभिक्रिया का क्रम है।

15 / 100

16. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया A → B के लिए 0.01 m सान्द्रण रहने पर अभिक्रिया की गति 2.0 x 10-5 molL-1S-1है। इस अभिक्रिया की अर्द्ध आयु का मान है

16 / 100

17. अभिक्रिया A → B प्रथम कोटि की अभिक्रिया है। 0.8 मोल से 0.6 मोल B बनने में एक घंटा समय लगता है। तो 0.9 मोल A से 0.675 मोल B बनने में कितना समय लगेगा?

17 / 100

18. किसी सामान्य अभिक्रिया A ⇌ Bके अग्रगामी अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा का मान Ea है। अधोगामी अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा का मान होगा

18 / 100

19. 2A → B + C शून्य कोटि की अभिक्रिया होगी जब

19 / 100

20. Enzyme किस प्रकार किसी अभिक्रिया की गति को बढ़ाता है

20 / 100

21. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्द्ध जीवन काल स्वतंत्र है।

21 / 100

22. किसी अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा का मान निर्धारित किया जा सकता है

22 / 100

23. अभिक्रिया 2FeCl2 + SnCl2 → 2FeCl2 + SnCl4 एक उदाहरण है ।

23 / 100

24. किसी गैसीय अभिक्रिया 2A + B → C + D के लिए अभिक्रिया की दर k[A][B]यदि बर्तन का आयनत घटाकर प्रारंभिक आयतन 1/4 कर दिया जाए तो अभिक्रिया की दर प्रारंभिक अभिक्रिया की दर का हो जाएगा

24 / 100

25. अभिक्रिया 2NO(g) + 02(g) → 2NO2(g) प्रथम कोटि की अभिक्रिया है। यदि अभिक्रिया के पात्र का आयतन घटाकर प्रारंभिक आयतन का 1/3 कर दिया जाए तो प्रतिक्रिया कर दर हो जाएगा

25 / 100

26. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए गति स्थिरांक का मान 2.303 x 10-2S-1 है तो प्रारंभिक सान्द्रता का 1/10 वाँ भाग हो जाने में कितना समय लगेगा ?

26 / 100

27. कोई प्रथम कोटि की अभिक्रिया 30 मिनट में 75% पूर्ण होती है तो 93.75% पूर्ण होने में कितना समय लगेगा ?

27 / 100

28. किसी अभिक्रिया के लिए t1/2 = 1/k प्रतिक्रिया की कोटि है।

28 / 100

29. किसी अभिक्रिया A → प्रतिफल के लिए t1/2=1/[A]3अभिक्रिया की कोटि है

29 / 100

30. 2NO + CI2 → 2NOCl अभिक्रिया के लिए गति समीकरण गति = k[NO]2[Cl2] है। इस प्रतिक्रिया के लिए गति स्थिरांक का मान बढ़ता है।

30 / 100

31. गति स्थिरांक की इकाई निर्भर करता है

31 / 100

32. किसी प्रथम कोटि के अभिक्रिया के तीन चौथाई भाग को पूरा होने में 20 मिनट लगता है तो उसके 15/16 भाग को पूरा होने (अर्थात् 1/16 वाँ भाग अवशेष बचने) में कितना समय लगेगा ?

32 / 100

33. किसी शून्य कोटि की अभिक्रिया को 100% पूर्ण होने में लगा हुआ समय

33 / 100

34. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक (k1) तथा अर्द्धजीवनकाल में (t1/2)में सम्बन्ध है

34 / 100

35. गति समीकरण K[A]3/2[B]1/2 के लिए प्रतिक्रिया की कोटि है।

35 / 100

36. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्द्धजीवनकाल 14 सेकेण्ड है तो प्रारंभिक सान्द्रता को 1/8 वाँ भाग हो जाने में समय लगेगा

36 / 100

37. किसी अभिक्रिया का अर्द्धजीवन काल 50 मिनट है। यदि उसके प्रारंभिक सान्द्रता को चार गुना कर दिया जाता है तो उसका अर्द्धजीवन आधा (अर्थात् 25 मिनट) हो जाता है। अभिक्रिया की कोटि है

37 / 100

38. आरहेनियस परिकल्पना (Arrhenius hypothesis) के अनुसार अभिक्रिया का वेग बढ़ता है

38 / 100

39. तापक्रम के बढ़ाने से अभिक्रिया की गति बढ़ती है क्योंकि

39 / 100

40. समीकरण k = Ae-Ea/RT के लिए कथन सत्य है

40 / 100

41. अभिक्रिया के वेग पर ताप के प्रभाव को दर्शाता है

41 / 100

42. यदि किसी रासायनिक अभिक्रिया के सक्रियन ऊर्जा का मान बहुत ज्यादा है तो सामान्यतः अभिक्रिया ।

42 / 100

43. रासायनिक अभिक्रिया H2(g) + I2(g) → 2HI(g) का साम्य स्थिरांक Kp निर्भर करता है

43 / 100

44. आरहेनियस समीकरण K = A.exp(-Ea/RT) A को वेग स्थिरांक कह सकते हैं

44 / 100

45. प्रथम क्रम के प्रतिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक की इकाई होती है।

45 / 100

46. अधिकांश अभिक्रियाओं को सक्रियण ऊर्जा 50kg/m होती है। ऐसी अभिक्रिया ( का ताप गुणांक होता है

46 / 100

47. आरहेनियस समीकरण में अन्तः खण्ड बराबर होता है।

47 / 100

48. रेडियो सक्रिय पदार्थ की अर्द्ध-आयु 4 दिन है। 2 दिन में इसकी क्षय मात्रा होगी

48 / 100

49. प्रथम कोटि अभिक्रिया का वेग 10-2 मिनट है। अर्द्ध-आयु काल होगा।

49 / 100

51. A + B → उत्पाद के लिए अभिक्रिया दर r = k[A][B]क्षरा व्यक्त किया जाता है। यदि B की अधिक मात्रा ली जाए तो अभिक्रिया की कोटि होगी:

50 / 100

52. अभिक्रिया की दर के बारे में कौन-सा कथन असत्य है ?

51 / 100

53. प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए t1/2 का मान होता है

52 / 100

54. किसी वस्तु के प्रतिक्रिया करने का दर निर्भर करता है

53 / 100

55. शून्य कोटि अभिक्रिया के लिए

54 / 100

56. उत्प्रेरक एक वस्तु है जो

55 / 100

57. A + B → उत्पाद, इस अभिक्रिया के लिए प्रेक्षित किया गया कि A की सान्द्रता दो गुनी करने पर अभिक्रिया की दर चार गुना हो जाती है। परंतु B की मात्रा दो गुनी करने पर अभिक्रिया दर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। वेग समीकरण हैः

56 / 100

58. अभिक्रिया 2N205→ 4NO2 + O2 के लिए वेग स्थिरांक 3.0 x 10-5S-1 है। यदि अभिक्रिया का वेग 2.4 x 10-4 molL-1S-1 हो तो N205 की सान्द्रता होगी

57 / 100

59. अभिक्रिया A+B+C+D के लिए दोनों अभिकारकों की सान्द्रता दो गुना करने पर अभिक्रिया की दर 8 गुनी बढ़ जाती है, परंतु केवल B की सान्द्रता दो गुना करने पर अभिक्रिया की दर मात्र दो गुनी हो जाती है। वेग नियम है

58 / 100

60. एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 100 सेकेण्ड में आधी (50%) पूर्ण होती है। र अभिक्रिया के 99% पूर्ण होने में लगा समय होगाः

59 / 100

61. प्रथम कोटि की अभिक्रिया A → B के लिए अभिक्रियक की 0.01 M सान्द्रता पर अभिक्रिया का वेग 2.0 x 10-5 mol L-1S-1 पाया जाता है। अभिक्रिया की अर्द्ध – आयु है :

60 / 100

62. प्रारंभिक सान्द्रता ‘a mol dm-3‘ वाला एक विलयन प्रथम कोटि की बलगतिकी का अनुसरण करता है। अभिक्रिया के पूर्ण होने में लगा समय है।

61 / 100

63. अभिक्रिया 2A + B→ 3C + D के लिए निम्न में से कौन सा अभिक्रिया वेग को व्यक्त नहीं करता है ?

62 / 100

64. अभिक्रिया 2N2O5(g) → ANO2 + 02(g) के लिए अभिक्रिया वेग है :

63 / 100

65. यदि किसी अभिकारक की प्रारंभिक सान्द्रता दो गुना कर दिया जाए तो उसकी अर्धायु भी दो गुनी हो जाती है। अभिक्रिया की कोटि हैः

64 / 100

66. कौन-सी पृष्ठीय परिघटना नहीं है ?

65 / 100

67. अभिकारकों की सान्द्रता में वृद्धि करने पर किसमें परिवर्तन होगा?

66 / 100

69. किसी अभिक्रिया के लिए दर स्थिरांक की इकाई molL-1S-1 है। अभिक्रिया की कोटि होगीः

67 / 100

70. निम्न समांगी अभिक्रिया : A + B → C के लिए दर स्थिरांक की इकाई होगी:

68 / 100

71. अभिक्रिया A और B के बीच अभिक्रिया करके C बनाने वाली अभिक्रिया A के सापेक्ष प्रथम तथा B के सापेक्ष द्वितीय कोटि की बलगतिकी दर्शाती है तो वेग – समीकरण लिखा जा सकता है:

69 / 100

72. टंग्स्टन के पृष्ट पर NH3का विघटन किस कोटि की अभिक्रिया है ?

70 / 100

73. अभिक्रिया H+ + OH– → H2O हैः

71 / 100

74. किसी अभिक्रिया की अर्द्धायु अभिकारक की सान्द्रता दो गुना कर देने पर आधी हो जाती है। अभिक्रिया की कोटि हैः

72 / 100

75. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया की अर्द्धायु 10 मिनट है। यदि प्रारंभिक सान्द्रता 0.08 मोल प्रति लीटर तथा किसी क्षण पर सान्द्रता 0.01 मोल/लीटर हो तो t है:

73 / 100

76. अभिक्रिया A + 2B → C के लिए वेग R= [A][B]2 द्वारा व्यक्त किया जाता हो तो अभिक्रिया की कोटि है:

74 / 100

80. अभिक्रिया तंत्र 2NO(g) + O2 → 2NO2(g) में दाब बढ़ाकर आयतन को अचानक आधा कर दिया जाता है। यदि अभिक्रिया O2 के सापेक्ष प्रथम कोटि की एवं NO के सापेक्ष द्वितीय कोटि की हो तो अभिक्रिया का वेग हो जाएगा:

75 / 100

81. जल में H2 (g) + Cl2 → 2HCI सूर्य प्रकाश मेंअभिक्रिया की कोटि है।

76 / 100

82. किसी अभिक्रिया का वेग निम्नलिखित प्रकार से व्यक्त होता है। वेग = K.[A]2[B]तो इस अभिक्रिया की कोटि होगी

77 / 100

83. छदम एकाणुक अभिक्रिया का उदाहरण है।

78 / 100

84. अभिक्रिया 2H2O2 Pt → 2H2OO, के लिए दर स्थिरांक की इकाई है

79 / 100

85. एक अभिक्रिया के वेग स्थिरांक की इकाई अभिक्रिया के दर के इकाई के है। अभिक्रिया की कोटि है।

80 / 100

86. किसी अभिक्रिया A → B के लिए गति स्थिरांक 0.6 x 10-3 मोल प्रति सेकेण्ड है। यदि A की सान्द्रता 5 M है तो 20.0 मिनट के बाद B की सान्द्रता है

81 / 100

87. प्रथम कोटि की एक अभिक्रिया 72 मिनट में 75% पूर्ण होती है। यह कब आधी पूर्ण हुई ?

82 / 100

89. एक प्रथम कोटि की प्रतिक्रिया 30 मिनट में 50% पूर्ण होती है। अभिक्रिया का वेग स्थिरांक क्या है ?

83 / 100

90. एक अभिक्रिया का वेग स्थिरांक 1.0 x 10-2 min-1 है। यदि अभिक्रिया की सान्द्रता (-0.4 मोल लीटर-1है तो अभिक्रिया की दर है

84 / 100

91. अभिक्रिया A → B, A की सान्द्रता C और समय t के बीच ग्राफ खींचने से सीधी रेखा प्राप्त होती है। अभिक्रिया की कोटि है

85 / 100

92. N2O5के अपघटन के लिए वेग स्थिरांक 7.0 x 10-3S-1 है। इस अपघटन के अर्द्धआयु है

86 / 100

93. प्रथम कोटि की प्रतिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक की मात्रक है

87 / 100

94. किसी अभिक्रिया A → B के बल गतिक अध्ययन से ज्ञात हुआ कि A की सान्द्रण चार गुना बढ़ाने से अभिक्रिया की दर दुगुनी हो जाती है। इस अभिक्रिया की कोटि है

88 / 100

95. किसी अभिक्रिया के लिए जब तापक्रम को 20° से बढ़ाकर 35°C कर दिया जाता है तो उसकी गति दुगुनी हो जाती है। इस अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा का मान है। (R = 8.314 x 10-3 KJ mol-1 k-1)

89 / 100

96. किसी शून्य कोटि की प्रतिक्रिया के लिए प्रत्येक 10°C तापक्रम में वृद्धि करने पर अभिक्रिया की गति दुगुनी हो जाती है। यदि तापक्रम 10°C से बढ़ाकर 100°C कर दिया जाए तो अभिक्रिया की गति हो जाएगी।

90 / 100

97. अभिक्रिया A → B के लिए यह पाया गया है कि जब A की सान्द्रता चार गुनी बढ़ायी जाती है तो अभिक्रिया की दर दो गुनी हो जाती है। अभिक्रिया की कोटि है:

91 / 100

98. शून्य कोटि की प्रतिक्रिया के लिए गति स्थिरांक की इकाई है

92 / 100

99.अभिक्रिया की कोटि के लिए कौन-सा कथन असत्य है ?

93 / 100

100.किसी प्रथम कोटि की प्रतिक्रिया का अर्द्धजीवनकाल 1386 सेकेण्ड है। इसके

94 / 100

101.यदि किसी प्रथम कोटि के अभिक्रिया के 60% को पूर्ण होने में 60 मिनट लगता है तो उसी अभिक्रिया के 50% पूर्ण होने में समय लगेगा
(log 4 = 0.60 तथा log 5 = 0.69)

95 / 100

102.अभिक्रिया A → B द्वितीयक कोटि की बलगतिकी का अनुसरण करता है। A की सान्द्रता दो गुनी करने पर B के निर्माण में कितना गुना वृद्धि होती है ?

96 / 100

103.अभिक्रिया A → B में जब अभिकारकों की सान्द्रता को 8 गुना बढ़ा दिया जाता है तो अभिक्रिया वेग सिर्फ दो गुना बढ़ता है तो अभिक्रिया की कोटि होगी

97 / 100

104.द्वितीय कोटि अभिक्रिया के लिए विशिष्ट अभिक्रिया वेग की इकाई है

98 / 100

105.क्षारीय माध्यम में एस्टर का जल अपघटन है

99 / 100

106.अभिक्रिया 2H2O → 2H2O2 का वेग r = k [H2O2] है:

100 / 100

20. सूक्ष्म विभाजित प्लैटिनम उत्प्रेरक की अधिक सक्रियता का यह भी एक कारण है कि

Your score is

The average score is 15%

0%